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"श्री  रामचन्द्र  योगाश्रम"
बल्लारी  कर्नाटक.

परम सत्य के साधकों के लिए एक ध्यान केंद्र।

प्रकृति  और  समय  की  आवश्यकता  के  अनुसार  ही  महान  आत्माएं  धरती  पर  आती  हैं  ।  मानवता  को  नास्तिकता,  अज्ञानता  और  वातावरण  में  मँडराते  बुराइयों  के  काले  बादलों  के  हमले  से  बचाने  के  लिए  और  वास्तविकता  का  मार्ग  दिखाने  के  लिए  पृथ्वी  पर  २  फरवरी  १८७३  को  समर्थ  सद्गुरु  महात्मा  श्री  रामचंद्रजी  महाराज  ( लालाजी  महाराज )  के  रूप  में  फतेहगढ़  ( यू.पी. )  में  दिव्य  शक्ति  का  अवतरण  हुआ  ।

प्राणाहुति  पर  आधारित  ईश्वर  प्राप्ति  के  लिए राजयोग,  जो  कई  शताब्दियों  से  उपेक्षित  था  और  चलन  में  नहीं  था,  फतेहगढ़  के  श्री  रामचंद्र  जी  महाराज  ( लालाजी )  ( १८७३-१९३१ )  के  प्रयासों  से  प्रकट  किया  गया  है  ।  इस  पद्धति  को  दुनिया  में  प्रचारित  करने  की  दृष्टि  से,  उनके  प्रतिनिधि  उत्तराधिकारी,  शाहजहांपुर  ( यू.पी. )  के  श्री  रामचंद्रजी  महाराज  ( बाबूजी )  ( १८९९-१९८३ )  ने  अपने  गुरु  के  नाम  पर  वर्ष  १९४५  में  श्री  रामचंद्र  मिशन  की  शुरुआत  की ।  तभी  से  यह  संस्था  सहज  मार्ग  प्रणाली  के  माध्यम  से  मानवता  की  सेवा  के  लिए  हर  संभव  प्रयास  कर  रही  है  ।

"सहज  मार्ग"  का  एकमात्र  उद्देश्य  ईश्वर  प्राप्ति  /  आत्म-साक्षात्कार  है  ।  भौतिक  इच्छाओं  के  किसी  भी  उद्देश्य  को  ध्यान  में  रखे  बिना  सूक्ष्म  तरीके  से  ईश्वर   की  पूजा  के  माध्यम  से  यह  प्रणाली  ईश्वर  प्राप्ति  का  एकमात्र  अंतिम  लक्ष्य  निर्धारित  करती  है  ।

श्री  बाबूजी  महाराज  के  उद्देश्य  को  ध्यान  में  रखते  हुए,  जनता  के  बीच  अध्यात्म  का  प्रचार  करने  के  लिए,  श्री  रामचंद्र  योगाश्रम  की  स्थापना  2  फरवरी  2008  को  बसंत  पंचमी  के  दिन  बल्लारी  ( कर्नाटक )  में  की  गई  थी ।  यह  आश्रम  गुरु  शांतप्पा  लेआउट,  नेहरू  कॉलोनी,  बल्लारी  के  शांत  वातावरण  में  स्थित  है  और  रॉयल  सर्कल  से  3  कि. मी.  दूर  है ।

मंगलवार  और  गुरुवार,  शाम  ५:३०  से  ६:३०  बजे  तक  नियमित  सत्संग  ( सामूहिक  ध्यान )  आयोजित  किया  जाता  है;

रविवार  की  सुबह  ८.००  बजे  से  ९.००  बजे  ध्यान,  और  उसके  बाद  आध्यात्मिक  चर्चा  की  जाती  है  ।

स्थापना  दिवस  हर  साल  जुलाई  के  दूसरे  शनिवार  और  रविवार  को  मनाया  जाता  है  ।  इन  दो  दिनों  में  सुबह  और  शाम  दोनों  सत्रों  में  ध्यान  और  आध्यात्मिक  चर्चा  का  आयोजन  किया  जाता  है ।  समारोह  में  भारत  के  कई  स्थानों  से  अभ्यासी  भाग  लेते  हैं  ।

आध्यात्मिकता  के  साधक,   अधिक  जानकारी  योगाश्रम  से  प्राप्त  कर  सकते  हैं  ।  ध्यान  शुरू  करने  और  आत्म-साक्षात्कार  के  मार्ग  पर  आगे  बढ़ने  हेतु,  प्रिसेप्टर  ( मार्गदर्शक )  से  मार्गदर्शन  लेने  के  लिए  सभी  आध्यात्मिक  रूप  से  उन्मुख  भाईयों   और  बहनों  का,  श्री  रामचंद्र  योगाश्रम,  बल्लारी,  स्वागत  करता  है  ।  अनुरोध  है  कि  सभी  इस  दिव्य  अवसर  का  लाभ  उठाएं  ।

पता:     

 

श्री  रामचंद्र  योगाश्रम,

गुरुशान्तप्पा  लेआउट,

नेहरू  कॉलोनी  एक्सटेंशन,

बल्लारी - 583103  (  कर्नाटक  )

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